खरीद लें ये 2 दिग्गज बैंक शेयर, 28% तक चढ़ेगा भाव; जानें क्यों आई BUY की राय
Stocks to BUY: बड़े ब्रोकरेज फर्म CLSA और Jefferies ने ICICI Bank और Axis Bank में खरीदारी की राय दी है. दोनों ही शेयरों पर Outperform और BUY की रेटिंग है और इनपर 21% से लेकर 28% अपसाइड तक के टारगेट दिए गए हैं.
Stocks to BUY: शेयर बाजार में मंगलवार को थोड़ा उतार-चढ़ाव दिखाई दे रहा है. हालांकि, निफ्टी और बैंक निफ्टी लगातार मजबूती दिखा रहे हैं. इस बीच Banking Stocks पर फोकस है. प्राइवेट बैंक शेयरों में तेजी दर्ज हो रही है. आउटलुक भी अच्छा दिख रहा है. ऐसे में ब्रोकरेज हाउसेज के रडार पर भी ये शेयर आए हैं.
बड़े ब्रोकरेज फर्म CLSA और Jefferies ने ICICI Bank और Axis Bank में खरीदारी की राय दी है. दोनों ही शेयरों पर Outperform और BUY की रेटिंग है और इनपर 21% से लेकर 28% अपसाइड तक के टारगेट दिए गए हैं.
CLSA on ICICI Bank
CLSA ने ICICI Bank पर OUTPERFORM की रेटिंग को बरकरार रखा है, और इसपर लक्ष्य 1500 रुपये रखा है, जोकि इसकी पिछली क्लोजिंग से 21% ऊपर का टारगेट है. ब्रोकरेज ने कहा कि बैंक पर डिपाजिट और डिपाजिट कॉस्ट को लेकर ज्यादा चिंता नहीं है. ब्याज दरों में कटौती से कुछ समय के लिए ही NIMs थोड़े गिर सकते हैं. अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन की सोर्सिंग और अच्छी underwriting से पोर्टफोलियो बेहतर है. प्रॉफिटेबल ग्रोथ आने का अनुमान है और लोन ग्रोथ अच्छी रह सकती है. वहीं, Business Banking/MSME की लेंडिंग में तेज ग्रोथ आने का अनुमान है.
Jefferies on Axis Bank
TRENDING NOW
भारी गिरावट में बेच दें ये 2 शेयर और 4 शेयर कर लें पोर्टफोलियो में शामिल! एक्सपर्ट ने बताई कमाई की स्ट्रैटेजी
इंट्राडे में तुरंत खरीद लें ये स्टॉक्स! कमाई के लिए एक्सपर्ट ने चुने बढ़िया और दमदार शेयर, जानें टारगेट और Stop Loss
EMI का बोझ से मिलेगा मिडिल क्लास को छुटकारा? वित्त मंत्री के बयान से मिला Repo Rate घटने का इशारा, रियल एस्टेट सेक्टर भी खुश
टूटते बाजार में Navratna PSU के लिए आई गुड न्यूज, ₹202 करोड़ का मिला ऑर्डर, सालभर में दिया 96% रिटर्न
TATA Group के इस स्टॉक से गिरते बाजार में भी होगी तगड़ी कमाई! शॉर्ट टर्म में खरीदारी का नोट करें टारगेट
Jefferies ने Axis Bank पर BUY की रेटिंग को बनाए रखा है और इसपर पिछले क्लोजिंग भाव के मुकाबले 28% का अपसाइड टारगेट दिया है. क्रेडिट कॉस्ट नॉर्मल हो सकता है. कंपनी ने आश्वस्त किया था कि पहली तिमाही में क्रेडिट लागत में वृद्धि सामान्य हो सकती है. जमा वृद्धि धीमी है, लेकिन बैंक फंडिंग-लागत को बेहतर ढंग से मैनेज कर रहा है, जिससे NIMs को बनाए रखने में मदद मिलती है. प्रीमियमाइजेशन और कॉरपोरेट वेतन ग्राहकों पर कदम लगातार डिपॉजिट फ्रेंचाइज़ में सुधार करेंगे. इसका वैल्यूएशन बाकी बैंकों के मुकाबले डिस्काउंट पर है, ऐसे में ये टॉप पिक्स में शामिल है.
12:16 PM IST